The Ultimate Guide To bhairav kavach

Wiki Article

महाकालोऽवतु क्षेत्रं श्रियं मे सर्वतो गिरा

वायव्यां मां कपाली च नित्यं पायात् सुरेश्वरः।।

ॐ सहस्रारे महाचक्र कर्पूर धवले गुरुः

पूर्वस्यामसितांगो मां दिशि रक्षतु सर्वदा ।

यस्य विज्ञानमात्रेण मन्त्रसिद्धिर्न संशयः ॥ २७॥

गणराट् पातु जिह्वायामष्टाभिः शक्तिभिः सह ॥ १४॥

जानू च घुर्घुरारावो जङ्घे रक्षतु रक्तपः

इह लोके महारोगी दारिद्र्येणातिपीडितः ॥ २९॥

देवेशि देहरक्षार्थ कारणं कथ्यतां ध्रुवम्।।

ಜಾನೂ ಚ ಘುರ್ಘುರಾರಾವೋ ಜಂಘೇ ರಕ್ಷತು ರಕ್ತಪಃ

वेदादिबीजमादाय भगमान् तदनन्तरम् ॥ १७॥

आसिताङ्गः शिरः पातु ललाटं रुरुभैरवः ॥ १६॥

संहारभैरवः पायादीशान्यां च महेश्वरः

आप नोकरी get more info करते हो, व्यापार करते हो या किसी परीक्षा की तैयारी कर रहे हो, आईएस, आईपीएस, सिविल सर्विसेज आदि जैसी परीक्षा की तैयारी कर रहे हो, तो आपको अवश्य ही अपराजिता स्तोत्र और बटुक भैरव स्तोत्र का पाठ करके जाना चाहियें, इसके पाठ से समस्त भय दूर होता है, और आपको निश्चित ही पूर्ण सफलता मिलती है।

Report this wiki page